তহবিল সংগ্রহ ১৫ সেপ্টেম্বর 2024 – ১লা অক্টোবর 2024 তহবিল সংগ্রহের বিষয়ে

Sukun-E-Khatir (A Gazal Sangrah)

Sukun-E-Khatir (A Gazal Sangrah)

Dr K V V S GAUTAM
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विधानुकूल रचनाओं की सम्पूर्ण प्रस्तुति का विचार अनाहूतए बबूलों के तले और कुएँ में भाँग क्रमशः सम्पूर्ण कविता संग्रह, ग़ज़ल संग्रह और हास्य.व्यंग्य रचनाओं के संकलन के रूप में 1999 में फलीभूत हुआ। सम्पूर्णता का विचार करके बबूलों के तले में उन ग़ज़लों को भी शामिल किया था जो ख़त आषाढ़ के में प्रकाशित हो चुकी थीं। लगभग 20 वर्षों के अंतराल पर आज ये स्वप्रकाशित पुस्तक भी अनुपलब्ध है।

गत 20 वर्षों में भी रचनाधर्मिता का प्रवाह जारी रहा - कभी बूंद.बूंदए, कभी सैलाब बनकर। इस बीच कभी यूँ भी लगा कि यह प्रवाह कार्यक्षेत्र के मरुस्थल में हमेशा के लिए ग़र्क़ हो गया। पर 2012 के अंत में सेवानिवृत्ति के बाद की फुर्सत ने इस लुप्त प्रवाह को फिर पुनर्जीवित किया। पूर्वप्रकाशित पुस्तकों की अनुपलब्धता ने प्रस्तुत ग़ज़ल संग्रह में समस्त ग़ज़लों को समेटने का कारण दिया है। ई.पुस्तक के रूप में तैयार ये संकलन ग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित हैं.


ক্যাটাগোরিগুলো:
সাল:
220
প্রকাশক:
Dr K V V S GAUTAM
ভাষা:
hindi
পৃষ্ঠা:
160
ফাইল:
EPUB, 216 KB
IPFS:
CID , CID Blake2b
hindi, 220
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